अकसर जब भी कोई पीलिया से पीड़ित व्यक्ति हमारे सामने से गुज़रता है तो हम फ़ौरन ही पहचान जाते है की इनको पीलिया हो सकती है क्योंकि जब हमारे खून में बिलीरुबिन नाम के पदार्थ का स्तर अधिक हो जाता है| तो हमारे लाल रक्त की कोशिकाएं टूटने लगती है जिसके कारण ये पीला पदार्थ उत्पन्न होता है| जिसमे हम देखते है की धीरे - धीरे हमारी त्वचा, नाखून और आँखों का सफ़ेद भाग पीला होता हुआ नज़र आता है| अगर पीलिया का समय रहते हुए इलाज न किया जाए या इसकी बदपरेहजी की जाए तो ये आगे चलकर आपको बहुत बड़ी गंभीरता का सामना करना पढ़ सकता है| पीलिया रोग अगर बढ़ जाए तो इसका अटैक लीवर पर अधिक हो जाता है जिसके कारण लीवर काम करना बंद भी कर सकता है| पीलिया से लोग इसलिए इतना घबराते है क्योंकि पीलिया के अधिक बढ़ जाने के कारण मनुष्य के शरीर पर पीलिया की गिरफ्त मजबूत हो जाती है| जिससे पीलिया की हलकी बीमारी गंभीर रोग में बदल जाती है|
वैसे तो पीलिया का काफी अच्छा इलाज है लेकिन अगर समय पर इसका इलाज न हो तो कोई भी दवा इसपर जल्दी काम नहीं कर पाती है| इसके बहुत से घरेलु उपचार भी है| जो आज हम इस आर्टिकल में बताने वाले है| इस पोस्ट में हम पीलिया रोग के लक्षण, कारण, बचाव व उपचार के बारे में बताने जा रहे है| जो पीलिया वाले रोगियों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है| इसलिए इसे पूरा पढ़ने की कोशिश करें|
पीलिया रोग के लक्षण, कारण, बचाव व उपचार - हिंदी में
पीलिया रोग के लक्षण क्या है-
- त्वचा में खुजली होना
- बुखार का बार - बार आना
- त्वचा व आँखों का रंग पीला पढ़ जाना
- नाख़ून का पीला हो जाना
- थकान महसूस होना
- भूख कम लगना
- पेशाब पिले रंग की आना
- पेशाब में जलन होना अथवा गाड़ा मूत्र आना
- उलटी आना व दिल मचलाना
- पेट में दर्द होना
पीलिया होने के कारण क्या है-
- दूषित जगह व वस्तुएं - सड़क किनारे या बहार कहीं पढ़ी हुई कटी, फटी, कुचली व गंदा पानी जैसी वस्तुए|
- हेपेटाइटस वायरस - यह वायरस हमारे लीवर को प्रभावित करता है और बिलीरुबिन का स्तर को बढ़ावा देता है|
- लीवर सम्बंधित समस्याएं - सिरोसिस या लीवर का कैंसर आदि भी पीलिया का कारण बन सकते है|
- नली में रुकावट - पित्त नली में रुकावट जैसे - पथरी, ट्यूमर व संक्रमण आदि रोग होना|
- कुछ दवाओं के सेवन से - एंटीबायोटिक्स और एंटीमेलेरियल के अधिक सेवन के कारण भी पीलिया हो सकता है|
पीलिया के बचाव क्या है-
- स्वछता को महत्व दें - पीलिया ऐसा रोग हो जिसमे बेक्टेरिया का संरक्षण होता है| इसलिए अच्छे से हाथ साफ़ रखें और स्वच्छ पानी पीते रहें|
- स्वच्छ आहार लें - हमेशा अच्छी तरह धोकर पका हुआ और ढका हुआ भोजन खाएं|
- टीकाकरण कराएं - आज के समय में हेपेटाइटस A अथवा B के लिए टीके भी उपलध है आप चाहें तो उन्हें लगवा सकते है|
- कुछ दवाओं का प्रयोग न करें - ऐसी दवाएं बिलकुल न खाये जो आपके लीवर पर बुरा असर डालतीं है| जिसमे नशीली दवाएं आदि शामिल है|
- नशीले पदार्थ का सेवन करें - धूम्रपान अथवा शराब का सेवन न करें ये हमारे लीवर पर बुरा असर डालती है|
पीलिया के घरेलु उपचार क्या है-
खान - पान अच्छा रखें-
- उचित आहार लें - पीलिया में हलके आहार को खाना पसंद करे जैसे - दाल, रोटी, सब्जियां, फल दूध और छाछ जैसी चीज़ो का सेवन करे|
- तले व अधिक मिर्च, मसालेदार आहार - तले हुए और अधिक मिर्च, मसाले से बने खाने को खाने से बचें ये आपके पीलिया के रोग को बढ़ावा दे सकते है|
- भरपूर मात्रा में पानी को पियें - पानी ज्यादा से ज्यादा पीने की कोशिश करे इससे लीवर सवस्थ रहेगा और अगर आप ज्यादा पानी पीते है तो आप पेशाब से सम्बंधित परेशानी में काफी रहत मिलेगी|
- जूस पियें - निम्बू, संतरे और गन्ने का जूस पियें ये पीलिया में काफी लाभकारी है|
- खाना कम मात्रा में खाये - दिन भर थोड़ा - थोड़ा खाते रहे इससे आपकी लीवर पर ज्यादा दबाब नहीं पड़ेगा और लीवर स्वस्थ रहेगा|
पीलिया में इन चीज़ों का परहेज़ करें -
- अशुद्ध आहार - पीलिया के रोगी बाहर का खाना खाने से परहेग्ज करें क्योंकि बाहर का खाना अक्सर बासी होता है और वो घर के खाने के मुक़ाबले सुद्ध नहीं होता है|
- कड़ी मेहनत करना - ज्यादा अधिक मेहनत करने से बचे खास करके वजन ज्यादा न उठाये पीलिया में आपको आराम की अधिक जरूरत होती है|
- फोन ज्यादा न चलाएं - अधिकतम फ़ोन चलने से भी हमें पीलिया में बढ़ावा मिल सकता है इसलिए बेहतर है की फ़ोन कम से कम चलाने की कोशिश करें|
- अधिकतर नमक न खाएं - नमक की अधिक मात्रा वाले पदार्थो के सेवन से बचें जैसे - अचार, खट्टी चीज़े आदि न खाये इससे पीलिया को ख़त्म करने में अधिक समय लग सकता है|
- चाय व कॉफ़ी - चाय और कॉफ़ी के सेवन से बचे इसमें कैफीन की मात्रा होती है जो पीलिया को ठीक नहीं होने देता है|
- जंक फ़ूड खाने से बचें - जंक फ़ूड पिज़्ज़ा आदि खाने से बचे इनमे अधिक मसालों का मिश्रण होता है| जो पीलिया के रोगियों के लिए काफी नुक़सानमन्द है|
- फ़ास्ट फ़ूड - फ़ास्ट फ़ूड खाना जितना अच्छा लगता है उससे अधिक नुकसानदेह भी है ये हमारे लिए बहुत गंभीर बिमारियों का कारण बन सकता है|
- मांस व मछली - पीलिया के मरीज़ों के लिए मांस व मछली बहुत गर्म और भारी भोजन है| जो हमारे डाइजेस्ट सिस्टम से आसानी से नहीं पच पाता है| इसलिए पीलिया में इसका सेवन न करें|
- अंडा - अंडा भी पीलिया के मरीज़ों के लिए ठीक नहीं है इसके सेवन से भी हमें परहेज़ करना चाहिए|
- शराब व धूम्रपान - पीलिया के मरीज़ों को शराब और धूम्रपान आदि नशों से मुक्ति ले लेनी चाहिए लगातार इसके सेवन से इंसान गंभीर समस्या का शिकार हो सकता है|
पीलिया के घरेलु उपचार -
- गन्ने का रस - गन्ने का रस पीलिया के मरीज़ के लिए बेहद लाभकारी है| गन्ने के रस को अगर रोज़ाना पिया जाए तो कुछ सप्ताह में ही पीलिया खत्म हो जायगा|
- नारंगी का रस - नारंगी का रस पीने से बिलीरुबिन की मात्रा में कमी आती है | जिससे हमारा लीवर स्वस्थ रहता है| इसके अलावा ये पाचन तंत्र को मजबूत करती है जिससे पीलिया से लड़ने में आसानी होती है|
- दही व छाछ - दही व छाछ का सेवन जिस तरह हमें ताज़गी देता है इसी तरह ये पीलिया को समाप्त करने में मदद करता है| छाछ को रोज़ाना सुबह और शाम पीने से पीलिया जल्दी ठीक होता है|
- नारियल पानी - नारियल पानी पीना हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है ये अक्सर बुखार जैसी समस्याओं से लड़ने में हमारी मदद करता है और हमारे शरीर को ताकत प्रदान करता है|
- तुलसी के पत्ते - तुलसी के 5 ग्राम पत्ते और पुननर्वा की जड़ 5 ग्राम पीसकर इसका सेवन रोज़ाना करने से आपको बहुत जल्द लाभ मिलेगा
- मूली के पत्ते - मूली के 5 से 6 तोला पत्तों को पीसकर उसमे 1 से 2 तोला मिश्री मिला लें और सुबह निहार मुँह पिए| कुछ दिन में ही आपको पीलिया से राहत मिल जायगी|
- पपीता खाये - कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर खाएं और पका हुआ पपीता भी खा सकते है| पपीता पीलिया में बेहद लाभकारी है|
- आराम करें - पीलिया के मरीज़ों को कमज़ोरी की शिकायत बहुत होती है इसलिए उन्हें चाहिए की वो अधिक आराम करे|
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